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शानदार सफलता का स्किल है प्रोजेक्ट मैनेजमेंट

बेलगाम होते जा रहे कोचिंग संस्थान

Project management is a skill for great success तेज औद्योगिक विकास के इस दौर में विभिन्न उद्योगों में नई परियोजना की शुरुआत होना नई बात नहीं है नया है वर्तमान में ऐसे नए प्रोजेक्ट्स की बहुतायत और इन्हें पूरा करने का तरीका। अब अधिकत्तर कंपनियां अपनी परियोजनाओं के लिए प्रोजेक्ट मैनेजरों की मदद लेती हैं। इसी के चलते प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के स्किल का काम भी खूब बना है। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट कहती

है कि आने वाले 2030 तक कंपनियों को प्रति वर्ष 20 लाख प्रोजेक्ट मैनेजरों को नियुक्त करने की जरूरत होगी। वहीं फोब्र्स पत्रिका के एक लेख के अनुसार व्यापारिक प्रतियोगिता और तेज विकास के इस दौर में विविध उद्योगों में वैश्विक स्तर पर लगभग 2.5 करोड़ प्रोजेक्ट मैनेजर चाहिए होगे आने वाले कुछ वर्षों में। इसी संदर्भ में एंडरसन एनालिसिस ग्रुप की एक टैलेंट गैप एनालिसिस के अनुसार वैश्विक स्तर पर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में रोजगार के कुल 75 फीसदी का प्रतिनिधित्व भारत और चीन करेंगे। कहने की जरूरत नहीं कि प्रोजेक्ट मैनेजमेंट का क्षेत्र आपको एक अच्छा भविष्य देने में पूरी तरह सक्षम है। यहां एंट्री लेवल पर भी सालाना 9 लाख से ज्यादा सैलरी मिल सकती है। वहीं 5 साल के अनुभव के बाद आपको 18 लाख रुपये प्रति वर्ष तक का वेतन मिल सकता है। देश-विदेश में नेटवर्किंग के मौके भी मिलते हैं।

क्या होता है काम

पहले, किसी योजना को अंजाम देने के लिए अलग- अलग विभाग काम करते थे, जिससे काम में उलझनें और देरी होती थी। अब प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर एक व्यक्ति योजना से जुड़े सभी लोगों को साथ लेकर चलता है, प्लान बनाता है, संसाधन इकट्ठा करता है, और ये देखता है कि सब कुछ ठीक से हो रहा है या नहीं टीम बनाना, फाइनेंस की व्यवस्था और बजटिंग, जरूरी बदलाव और क्वालिटी का ध्यान रखना भी उसकी जिम्मेदारी होती है।

क्या हो रोडमैप

बिजनेस, इंजीनियरिंग, आईटी या संबंधित क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री लें। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल (PMP) सर्टिफिकेशन करें। इंटर्नशिप करें लीडरशिप और कम्यूनिकेशन स्किल्स बेहतर करें। दूसरे प्रोजेक्ट मैनेजर्स और एम्प्लॉयर्स से संपर्क बनाएं ऑनलाइन प्लेटफॉम्र्स और सोशल मीडिया से प्रोफेशनल नेटवर्क बढ़ाएं।

तकनीकी स्किलसेट

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट अप्रोच (जैसे एजाइल, वाटरफॉल) और टूल्स (जैसे MS Project, Jira, Trello) की समझ होनी चाहिए। फोर्ब्स के एक लेख की मानें, तो एजाइल सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में दक्षता आपकी आय क्षमता को 47 फीसदी बढ़ा देंगे। इसके लिए Coursera और Skillsoft अच्छे मंच है। वहीं बिजनेस एनालिसिस का स्किल इसमें अहम होता है और उनकी आय में 43 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकता है। रिस्क मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के सर्टिफिकेशन भी मदद करेंगे। ये वैश्विक स्तर पर मान्यताप्राप्त हैं।

कितने तरह के अवसर

सरकारी और निजी, दोनों सेक्टर में मौके मिलते हैं। आईटी सेक्टर में ये भूमिका सबसे ज्यादा है। आईटी प्रोजेक्ट मैनेजर ये सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, सिस्टम अपग्रेड और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स देखते हैं। आईटी, इन्फॉर्मेशन साइंस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के बैचलर्स के लिए। कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट मैनेजर आर्किटेक्चर, सिविल इंजीनियरिंग आदि से संबंधित डिग्री के युवाओं के लिए। ये बड़े स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर रिहायशी प्रोजेक्ट्स तक पर काम करते हैं।। हेल्थकेयर प्रोजेक्ट मैनेजर्स: इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड सिस्टम, हेल्थ केयर फैसिलिटी निर्माण या नई तकनीक के प्रोजेक्ट पर काम करना होगा। हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेशन, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री काम आएगी। इसी तरह मार्केटिंग प्रोजेक्ट मैनेजर, रिटेल और कंज्यूमर गुड्स प्रोजेक्ट मैनेजर भी होते हैं।

काम के शुरुआती सर्टिफिकेशन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल (PMP)

सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण और मान्यताप्राप्त सर्टिफाइड असोसिएट ऑफ प्रोजेक्ट मैनेजमेंट (CAPM)

सर्टिफाइड प्रोजेक्ट मैनेजर (CPM)

एजाइल सर्टिफाइड प्रैक्टिशनर (ACP)

कॉम्पिटया प्रोजेक्ट

कुछ काम के कोर्स ऑपरेशनल रिस्क मॉडेलिंग, अकाउंटिंग फंडामेंटल्स ट्रेनिंग कोर्स, आईटी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एसेंशियल

विजय गर्ग
सेवानिवृत्त प्रिंसिपल शैक्षिक स्तंभकार स्ट्रीट कौर चंद एमएचआर मलोट, पंजाब

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