दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के इलाकों में सोमवार सुबह तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। आवाज के साथ आया यह भूकंप इतना तेज था कि काफी लोगों ने इसे महसूस किया। महज 4 सेंकेड के इस भूंकप से लोगों में दहशत फैल गई और लोग अपने-अपने घरों और इमारतों से बाहर आ गए।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई। सुबह 5 बजकर 36 मिनट 55 सेकेंड पर आए इस भूकंप का केंद्र नई दिल्ली में ही जमीन से करीब 5 किलोमीटर नीचे बताया गया है। भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
दिल्ली के अलावा आसपास के इलाकों नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत हरियाणा के कई शहरों में भी ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों ने भी झटके महसूस किए।

भूकंप आने पर क्या करें, क्या ना करें
भूकंप से पहले
• अपने घर को भूकंप प्रतिरोधी बनाने हेतु स्ट्रक्चरल इंजीनियर से सलाह लें
• दीवारों और छतों की दरारों की मरम्मत कराएं
• खुले टांड दीवार से मजबूती से बांधे और भारी सामान निचले टांडों पर रखें
• आपातकालीन किट तैयार रखें
• अपने परिवार के साथ एक निजी आपातकालीन योजना तैयार करें
• ‘झुको ढको पकड़ो’ की तकनीक सीखें
भूकंप के दौरान
• घबराएं नहीं, शांत रहें
• टेबल के नीचे जाएं, एक हाथ से अपने सिर को ढकें और भूकंप के झटके रुकने तक टेबल को पकड़े रहें
• झटके रुकते ही फौरन बाहर निकलें – लिफ्ट का इस्तेमाल न करें
• बाहर आने के बाद इमारतों, पेड़ों, दीवारों और खंभों से दूर रहें
• अगर आप गाड़ी के अंदर हैं तो गाड़ी रोककर झटके समाप्त होने तक अंदर ही रहें, पुल इत्यादि पर जाने से बचें

भूकंप के बाद
• क्षतिग्रस्त इमारतों में न जाएं
• सीढ़ियों का प्रयोग करें, लिफ्ट या एलिवेटर का इस्तेमाल न करें
• अगर मलबे में फंस गए हों:
– अपने मुंह को कपड़े से ढकें
– दीवार या नल पर खटखटाएं और आवाज करें
– कोई अन्य उपाय न होने पर ही चिल्लाएं
