एक नए शोध में पाया गया है कि मानव शरीर की प्रोटीन रीसाइक्लिंग प्रणाली एंटीबायोटिक दवाओं की तरह बैक्टीरिया से लड़ती है। शोधकर्ताओं ने प्रोटीन के विघटन और रीसाइक्लिंग के लिए जानी जाने वाली एक कोशिकीय संरचना प्रोटीसोम की एक आश्चर्यजनक रोगाणु प्रतिरक्षा भूमिका की खोज की है।
नेचर जर्नल जर्नल में प्रकाशित इजरायली शोधकर्ताओं का निष्कर्ष एंटीबायोटिक प्रतिरोध संक्रमण के विरुद्ध रणनीति के लिए प्रेरक हो सकता है। वीजमैन इंस्टीट्यूट आफ साइंस (डब्ल्यूआइएस) के नेतृत्व में शोध दल ने पाया कि पुराने प्रोटीन को तोड़ने के दौरान प्रोटीसोम नियमित रूप से लगातार रोगाणुरोधी पेप्टीसाइड जारी करता है। इन पेप्टीसाइड को मानव शरीर की प्रथम रक्षापंक्ति के रूप में महत्पूर्ण घटक माना जाता है, जो बैक्टीरिया पर हमला करते हैं और उन्हें मारते हैं। सक्रिय प्रोटीसोम बैक्टीरिया के विकास को प्रभावी रूप से नियंत्रित करते हैं।
शोध दल ने 92 प्रतिशत मानव प्रोटीन में छिपे 2.70.000 से अधिक संभावित जीवाणुरोधी पेप्टाइड्स की पहचान की। डब्ल्यूआइएस के प्रोफेसर विफात मेरबल्स ने कहा कि ये निष्कर्ष उच्च जोखिम वाले कैंसर, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले मरीजों में अनुकूलित उपचार विकसित करने के लिए नया आयाम खोल सकते हैं।
शोध दल ने कहा कि क्लीनिकल उपयोग के दौरान सबसे बड़ा रोमांच एक मौलिक कोशिकीय तंत्र की खोज थी, जो प्रोटीसोम द्वारा नियमित होता है और जो पहले ज्ञात किसी भी चीज से अलग है।

सेवानिवृत्त प्रिंसिपल शैक्षिक स्तंभकार स्ट्रीट कौर चंद एमएचआर मलोट, पंजाब