Spring is disappearing… by the end of February only summer will come. देश में बसंत का मौसम जैसे गायब सा हो गया है। सर्दियों के बाद सीधे गर्मियां, मौसम में बड़े बदलाव की ओर इशारा करती हैं। तापमान में बहुत तेजी से उतार-चढ़ाव आ रहा है। इसके चलते मौसम बहुत जल्द सर्दियों से गर्मियों में बदल रहा है। यह जलवायु में आते बदलाव नहीं तो और क्या हैं, जिसके चलते देश में मौसमी बदलाव आ रहे हैं।
वैश्विक जलवायु में आते बदलाव भारत में साफ तौर पर दिख रहे हैं। बढ़ते तापमान की गवाही आंकड़े भी देते हैं। आज बदलते मौसम का असर देश में हर आमोखास द्वारा महसूस किया जा रहा है। एक तरफ जलवायु परिवर्तन न केवल देश में बाढ़, सूखा, तूफान जैसी आपदाओं के कहर को बढ़ा रहा है, साथ ही सदियों से चले आ रहे ऋतुओं के चक्र में भी बदलाव की वजह बन रहा है।
इन बदलावों को क्लाइमेट सेंट्रल ने भी अपनी रिपोर्ट में उजागर किया है। क्लाइमेट सेंट्रल ने आंकड़ों और विशेषज्ञों के हवाले से जानकारी दी है कि जलवायु में आते बदलावों के चलते भारतीय ऋतुओं में बदलाव आ रहा है। यह प्रभाव सर्दी के मौसम पर विशेष रूप से दिख रहा है। देश में कहीं सर्दी के दौरान तापमान बढ़ रहा है, तो कहीं कम हो रहा है।

बता दें कि क्लाइमेट सेंट्रल ने अपनी इस नई रिपोर्ट में सर्दियों के मौसम (दिसंबर से फरवरी) पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके साथ ही भारत के 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए औसत मासिक तापमान की भी गणना की गई है।
रिपोर्ट में देश के प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में महीने दर महीने तापमान में होती वृद्धि का अध्ययन किया गया है। इसके साथ ही तीन महीने की मौसमी अवधि के दौरान वैश्विक तापमान में होती वृद्धि के प्रभावों का भी विश्लेषण किया गया है।

सेवानिवृत्त प्रिंसिपल शैक्षिक स्तंभकार स्ट्रीट कौर चंद एमएचआर मलोट, पंजाब